कुल्लू कोर्ट में बम विस्फोट की धमकी से हड़कंप, व्यापक सुरक्षा अभियान

Bomb Threat at Kullu Court Prompts Evacuation and High Alert
कुल्लू कोर्ट में बम विस्फोट की धमकी से हड़कंप, व्यापक सुरक्षा अभियान
जिला एवं सत्र न्यायालय में बम विस्फोट की धमकी भरा एक ईमेल मिलने के बाद बुधवार को कुल्लू में सुरक्षा व्यवस्था में भारी हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन ने तत्काल और व्यापक प्रतिक्रिया दी। यह घटना दोपहर करीब 2:30 बजे हुई, जिसके बाद एहतियाती कदम उठाते हुए कोर्ट परिसर को तुरंत खाली करा दिया गया।
वकीलों, कोर्ट कर्मचारियों और आम जनता को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया, जबकि बम निरोधक दस्ते, श्वान दस्ते और त्वरित प्रतिक्रिया दल किसी भी विस्फोटक सामग्री की तलाश में इलाके की तलाशी ले रहे थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने घटनास्थल पर लगातार नज़र रखी और पूरी जाँच और समन्वय सुनिश्चित किया। यह अलर्ट 1 मई को कुल्लू में उपायुक्त कार्यालय को निशाना बनाकर की गई इसी तरह की एक धमकी के ठीक दो महीने बाद आया है, जिससे क्षेत्र में इस तरह की धमकियों की पुनरावृत्ति को लेकर गंभीर चिंताएँ पैदा हो गई हैं।
कुल्लू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष तेजा ठाकुर ने पुष्टि की कि ईमेल के माध्यम से बम की चेतावनी मिलने के बाद कामकाज रोक दिया गया था। पुलिस अधीक्षक कार्तिकेयन गोकुलचंद्रन ने कहा, "जनता की सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने न केवल न्यायालय के आसपास, बल्कि पूरे ज़िले में प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों, परिवहन टर्मिनलों और शैक्षणिक संस्थानों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी है।" कुल्लू में सभी प्रवेश और निकास मार्गों पर अब कड़ी इलेक्ट्रॉनिक निगरानी रखी जा रही है।
साइबर अपराध इकाई ने ईमेल के स्रोत का पता लगाने और उसकी विश्वसनीयता सत्यापित करने के लिए जाँच शुरू कर दी है। शिमला और मंडी के सरकारी कार्यालयों से लेकर पूरे भारत में अप्रैल में हवाई अड्डों पर मिली धमकियों तक, सामान्य जीवन को बाधित करने वाले फर्जी अलर्टों में वृद्धि को देखते हुए अधिकारी इस खतरे को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं।
हालांकि पिछली ज़्यादातर धमकियाँ झूठी अलार्म साबित हुई थीं, लेकिन इनकी बढ़ती आवृत्ति ने नागरिकों और अधिकारियों दोनों को चिंतित कर दिया है, जिससे मज़बूत डिजिटल ट्रैकिंग और दहशत फैलाने वालों के लिए सख्त दंड की माँग उठ रही है।